ये तो समदर भरिया भारी
ज्यामे नाय सके नर कोई ।टेर।
समदर सात बताया
वस्तु मोल अमोलक पाया
ज्यों कोई नाया सुखसागर में
चोरासी कट जाई ।1।
उण सागर में हीरा मोती
गुरु बिन कुण प्रसावे
कृपा करी गुरु देवजी
माने पार लगावे वोई ।2।
इण समदर में है गुल क्यारी
जिन को देख मन भली विचारी
दुरमत गयी भाग
सुमती की राय बताई ।3।
समदर नाया उमंग घर पाया
सतगुरु सेन बताई
लाडूनाथ चरण चितलाया
सुरत ऊगम गर पावे ।4।
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