लख चौरासी में भटकत भटकत आण मिलीया गिरधारी lakh chorasi me bhatkat aan miliya girdhari

 

लख चौरासी में भटकत भटकत

 आण मिलीया गिरधारी

अबे मारी काया आय सुधारी ।टेर।


गुरु शास्त्र के शरणे आयो

लागी लगन हमारी

पंची करण पढ़ कर देख्यो 

आतरम अनुभव भारी ।1।


पांच कोस और सात भौम का 

खट शट शरीर है

ज्यारी चौवदा लोक तीन गुण प्रस्यां

सौला सुन अधी मारी ।2।


आला पींगला सुखमण

समज्या प्रगती न्यारी

अन्त करण खोल समजाया 

चित, मन, बुद्धि, अहंकारी ।3।


सतगुरु मिल्या सायरा मलीया

धोंका नहीं लगारी

लाडू नाथ अभेपद पाया

तोड़ी भ्रम अडारी ।4।

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