बीज
न थावरियो रूड़ो बार,
मीरा
बीज न थावरियो रूड़ो बार।
उंडी
थलिया में जमला जागीयो रे जी।।1।।
मैं
तो जोऊ वो सांवरिया थारी बाट,मैं तो...।
मीरा
रा आरोध्या बेगा बावड़ो रे जी।
मंगरे
बोले दादर मोर, मीरा मंगरे...।
बागा
में बोले वो बेरागण कोयल्या रे जी।।टेर।।
काकडीये
आगी ये मीरा थारी जान।
राजा
री थलिया में हमचो लागयो रे जी।।2।।
परगटिये
आगी मीरा की जान।
पाणी
री पणिहार्या हमचो लागियो रे जी।।3।।
गोरमे
आगी ये मीरा थारी जान।
चोबारे
तम्बू तो उठे लागियो रे जी।।4।।
तोरणिये
आगी ये मीरा थारी जान।
हाथी
रे होदे तो तोरण मोरियो रे जी।।5।।
चंवरिया
में आगी ये मीरा थारी जान।
हाथा
का हथलेवा उठे जोडि़या रे जी।।6।।
सुणज्यो
मीराबाई का बोल,कोई सुणज्यो...।
गरूजी
मलग्या वो रोहिदास जी रे।।7।।