काण काढ़ दे सारी साधा बणज करे बोपारी लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं
काण काढ़ दे सारी साधा बणज करे बोपारी लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं

काण काढ़ दे सारी साधा बणज करे बोपारी kaan kaad de saari sadha banaj kare bopari



सत् की संगत करे सतवादी,
सतगरू हाट पसारी।
तन मन धन नाव के साठे,
न जलम की यारी।।1।।

साधा बणज करे बोपारी,
तोला तरम तराजू ताकड़ी।
काण काढ़ दे सारी।।टेर।।

मूरख बणज करे माया से,
साधू बाणाधारी।
पल माय तोल मोल न डूबे,
न बढ़ने की यारी।।2।।

समज्‍या की सेण समझ कर लीजो,
सुणज्‍यो नर और नारी।
जेठपुरी तराजू तोले,
तोले सुरता प्‍यारी।।3।।

जल ज‌इयो जिह्वा पापनी राम के नाम बिना रे JAL JAIYO JIVHA PAPNI RAM KE NAAM BINA RE

राम के नाम बिना रे मूरख  राम के नाम बिना रे, जल ज‌इयो जिह्वा पापनी, राम के नाम बिना रे ।।टेर।। क्षत्रिय आन बिना, विप्र ज्ञाण बिना, भोजन मान ...