कंवल माला दीपक उजाला,
झलमल जोत जगीसा।
कनीराम सब में राम धणी सा।।टेर।।
प्रथम कंवल फूल की महमा,
कलिया चार गणीसा।
मूसा वाहन गणपत देव,
रद्ध सद्ध शक्त बणीसा।।1।।
दूजा दूजा कंवल फूल की महमा,
कलिया छ: गणीसा।
हंसा वाहन ब्रह्माजी देवा,
सांवत्रा शक्त बणीसा।।2।।
तीजो कंवल फूल की महमा,
कलिया दस गणीसा।
गरूण वाहन विष्णुजी देवा,
लक्ष्मीजी शक्त बणीसा।।3।।
चौथा कंवल फूल की महमा,
कलिया बारह गणीसा।
नन्द्या वाहन शंकर देवा,
गवराजी शक्त बणीसा।।4।।
पांचवां कंवल फूल की महमा,
कलिया षोडष गणीसा।
अरबद वाहन जीवाजी देवा,
इच्छा शक्त बणीसा।।5।।
छटा कंवल फूल की महमा,
कलिया दो गणीसा।
पवन वाहन पुरूष देवा,
मनसाजी शक्त बणीसा।।6।।
सातवों कंवल फूल की महमा,
कलिया सहस गणीसा।
रेमत वाहन निरंजन देवा,
सुरताजी शक्त बणीसा।।7।।
आठवां कंवल फूल की महमा,
कलिया अन्त गणीसा।
प्रेम वाहन अबगत देवा,
समता शक्त बणीसा।।8।।
फूलां में फूल गण्या
भाई साधू,
कलिया में कलियां गणीसा।
गुजर गरीबो कनीरामजी बोले,
चीजां और गणीसा।।9।।