औरत के हरदा मांय ओगण आठ बसे लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं
औरत के हरदा मांय ओगण आठ बसे लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं

औरत के हरदा मांय ओगण आठ बसे aurat ke harda me ogan 8 base bhajan lyrics

 

औरत के हरदा मांय,

ओगण आठ बसे॥टेर॥

 

पहला ओगण साहस कहिये,

दूजा झूठ ने जाण॥1॥

 

तीजा ओगण चंचलता है,

चौथा छल माया जाण॥2॥

 

पांचवा ओगण भय बतलावे,

छठी मूरखता जाण॥3॥

 

सातवा ओगण अपवित्रता,

आठवा निर्दय जाण॥4॥

 

भैरूलाल कहे हाथ जोड़ के,

रामायण की शाखा जाण॥5॥

जल ज‌इयो जिह्वा पापनी राम के नाम बिना रे JAL JAIYO JIVHA PAPNI RAM KE NAAM BINA RE

राम के नाम बिना रे मूरख  राम के नाम बिना रे, जल ज‌इयो जिह्वा पापनी, राम के नाम बिना रे ।।टेर।। क्षत्रिय आन बिना, विप्र ज्ञाण बिना, भोजन मान ...