गरूदेव थाकी वाणी मीठी लागे मारा राज लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं
गरूदेव थाकी वाणी मीठी लागे मारा राज लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं

गरूदेव थाकी वाणी मीठी लागे मारा राज gurudev thaki boli mithi lage mara raj bhajan lyrics

 

गरूदेव थाकी वाणी मीठी लागे मारा राज,

गरूदेव जी ओ गरूदेव॥टेर॥

 

नाम सुणायो राम को,

माथे धरियो हाथ।

बह जातो मझधार में,

ले चाल्‍या गरू साथ॥1॥

 

शंका राखे आपसे,

ज्‍याका फूटा भाग।

ओसर आयो हाथ में,

जाग सके तो जाग॥2॥

 

सतगरू से या विणती,

सुणजो दीन दयाल।

चरणां माही राखजो,

जाण आपको लाल॥3॥

 

कृपा हुई गरूदेव की,

सतसंग बहुत सुहाय।

नुगरा नर आवे नहीं,

गाफिल गोता खाय॥4॥

 

गुरू गोविन्‍द दोऊ एक है,

न्‍यारा मत बतलाय।

भैरूलाल की विणती,

गुरू से ही गोविन्‍द पाय॥5॥

जल ज‌इयो जिह्वा पापनी राम के नाम बिना रे JAL JAIYO JIVHA PAPNI RAM KE NAAM BINA RE

राम के नाम बिना रे मूरख  राम के नाम बिना रे, जल ज‌इयो जिह्वा पापनी, राम के नाम बिना रे ।।टेर।। क्षत्रिय आन बिना, विप्र ज्ञाण बिना, भोजन मान ...