आवो ए सखीरि धीमी धीमी चालो क,
जनम्यो जनम्यो गोकल में कान्हो बंशी वालो।।टेर।।
नन्द ने जशोदा घर बाजा बाजे क।
देव नाचे रे, गगन में इन्दर गाजे,आवो...।।1।।
सांवरी सूरत गणी प्यारी लागे क।
भाग जागो ए जशोदा थारो पूत सागे,आवो...।।2।।
पालणियो बांधो ए झट झुकमा वालो क।
जीं में झूले रे खेले रे प्यारो नन्दलालो,आवो...।।3।।
खेलबा चालां ए सखी हिलमिल ने क।
गीत गावां ए रसिक आपा मिलजुल ने,आवो...।।4।।
अष्टमी आई के लारे खुशी लाई क।
मन बसियो रे कन्हैयो आयो जग माही,आवो...।।5।।