गांव
करेड़ा में जांवा ला,
कालाजी
का दरसण पावांला।टेर।।
छालर
मोगर गाय कालाजी के नाम की।
जावणी
चढ़ाबा ने जांवाला,कालाजी...।।1।।
एक
तो बालूड़ो कालाजी के नाम को।
पालणो
बंदाबा ने जांवाला,कालाजी...।।2।।
एक
तो रातीजगो कालाजी के नाम को।
रात
जगाबा ने जांवाला,कालाजी...।।3।।
एक
तो धोक वा कालाजी के नाम की।
जोड़ा
की धोक दरावाला,कालाजी...।।4।।
एक
तो गोल वा कालाजी के नाम की।
गोल
पहराबा ने जांवाला,कालाजी...।।5।।
गुजर
गरीबो कनीराम बोले।
चरणां
में धोक लगावांला।।6।।
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