मेला बतावो पूरा बतावो,
कतरा सताऊ मेला सई।
बूझू थाने मेला बतादे मेरा भाई।।टेर।।
रगेसर साध का कुण घर मेला,
कुण संत आया मेला माही।
मेला में मेला सर्यादे भेला,
नवां साध हीया वांही।।1।।
मकन जी साध के कुण घर भेला,
कुण संत आया मेला माही।
मेला में मेला रतनादे भेला,
नवां साध हीया वांही।।2।।
घासाजी साध के कुण घर भेला,
कुण संत आया मेला मांही।
मेला में मेला तारादे भेला,
नवां साध हीया वांही।।3।।
दुर्वासा साध के कुण घर भेला,
कुण संत आया मेला माही।
मेला में मेला द्रोपदा भेला,
नवां साध हीया वांही।।4।।
शुक्रा जी साध के कुण घर भेला,
कुण संत आया मेला माही।
मेला में मेला संजादे भेला,
नवां साध हीया वांही।।5।।
पदमगरू परवाणी मलग्या,
लाडुजी सेण बताई।
गुजर गरीबो ‘कनीरामजी’ बोले,
गांव गोरख्या माही।।6।।
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