मेला बूजो तो मेला बताऊ,
शिव शक्तिऊ मेला सई।
केऊ थाने मेला हेवो माही।।टेर।।
पहला जुग पन्द्रह की भक्ति,
पांच सरे कहाई।
पांच करोड़ परले गिया,
पांचां काकण भराई।।1।।
दूजा जुग में इक्कीसा की भक्ति,
सात सरे कहाई।
सात करोड़ परले गिया,
साता काकण भराई।।2।।
तीजा जुग में सताईसा की भक्ति,
नौ सरे कहाई।
नौ करोड़ परले गिया,
नौवां काकण भराई।।3।।
चौथा जुग में छत्तीसा की भक्ति,
बारह सरे कहाई।
बारह करोड़ परले गिया,
बारह काकण भराई।।4।।
पदमगरू परवाणी मलग्या,
लाडुजी पिता कहाई।
गुजर गरीबो ‘कनीरामजी’ बोले,
माता चांदी बाई।।5।।
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