मारे गरूदेव घर आया सा,
आणन्द हिया अपार ।।टेर।।
मारे गरूदेव घर आया,
मारे हरदे आणन्द छाया।
मारा भरम करम सब भागा सा,
ऐसी पड़ी सुमार ।।1।।
मारे घर बादल गरणाया,
मारे बिजली जोत सवाया।
मारे आंगण मेहा बरसे सा,
बरसे अमरत धार ।।2।।
मारे आंगण मोती बरसेे,
मारो देख देख मन हरसे।
मारे हो गया मन का चाया सा,
हो गया बेड़ा पार ।।3।।
''जीवाराम'' यू गावे,
माने गरूदेव मन भावे।
केवटिया बण कर आया जी,
भव जल कर दिया पार ।।4।।
वागाराम H भादरूणा अनार कृषि फार्म भादरूणा 9414903125
जवाब देंहटाएंवागाराम H चौधरी भादरूणा बहुत बहुत धन्यवाद भजन लिरिक्स बहुत ही अच्छा लगा
जवाब देंहटाएंबहुत ही गुरुजी का भजन 🙏🙏🙏
जवाब देंहटाएंबहुत ही अच्छा गुरु महिमा भजन 🙏
जवाब देंहटाएंहरी अ - नमन
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