जिणे तार चढ़ जाय मिले नित मेवा।
मोक्ष मुगत जद पाय ,
करम तज देवा ।।टेर।।
अखे कंवल के मांय ,
अणघड़ देवा ।
हे ज्योति परकाश ,
जोत जलेवा ।।1।।
दस बाजा की वाज ,
ढोल गुरेवा ।
बाजे मृृृृदंग ताल ,
लखण तो ऐवा ।।2।।
फेर जनम नहीं आय ,
मुकत पद ऐवा ।
भाग पुरबला पाय ,
चरण नत सेवा ।।3।।
मल्या मछन्दरनाथ ,
दरसण नत देवा ।
गावे गोरखनाथ ,
आपकी सेवा ।।4।।
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