तन मन लेऊला वार था पर
तन मन लेऊला वार
पांच तत्व की पुतली या
अजब गड़ी किरतार ।टेर।
आंख नाक मुख कान बणया
बाजा बाजे अपार
जीणी जीणी मदुरी वाणी
सुणे कोई ससीयार ।1।
हाथ पांव मजबुत बणाया
रजा बणाया चार
अपणी अपनी जागे उपरे
रहता है हुसीयार ।2।
आठ कवल था गजब बणाया
द्वादश अजंपा सार
नौ नाडि और कोटा बोईतर
दश बणाया दार ।3।
दसवे द्वारे दफतर बणया
रोशन तकीया चार
तीन तकीयां पर राणीया विराजे
चोथा पर किरतार ।4।
कहां तक वरणु कहां तक धाऊ
कब तक पाऊ पार
लाडु नाथ का सुन में रहणा
आया मजा अपार ।5।
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