मारा सतगुरु आया पावणा
पपया बोले हो ।
मोर बोले हो कोयल बोले हो
मारा सत गुरु आया पावणा पपया बोले ।टेर।
ऐसा योगी जुग में आया
भुला जीवा का भरम मिटाया ।
राम नाम का पट्टा लिखाया है
भेद सुकमण का खोले है।1।
पांच कोश पुरण समजाया
सात भोम का के समजाया ।
खट सरीर खोल दरसाया है
ज्ञान कॉटी में तोले हो ।2।
पांच पच्चीस की बणी काया
ज्याका रूप गुण दरसाया है ।
महा काल का पत्ता बताया है
तार में तार मिलाले हो ।3।
गोपी नाथ गुराजी ने धाया
शंकर नाथ चरणों चीत लाया ।
अब देश उगम को पाया है
आवीद वीरला खेले हो ।4।
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