हरि ने सीवरलो वारम्बार साधु भाई
मारगीयों तो सोरो गणो ।टेर।
कटासु आयों मानवी
जाणों कुण से मुकाम
सपना रूपी संसार में वो भाया
तरणो तो दोरो गणो ।1।
पीछम से आया सुदरी
जाणो उगम क्षाम
एक पलक माने राख से
प्यारी सरणे तो गुराजी तणो ।2।
संग करलो सायबा
फेरा फर लो सात छोड़ो मती रे
भकमी बार में मारा
सायबा थारी मने भी घणो ।3।
सुण सुदरी व्याव की
परणीया चोरासी लाख
अबके तो थारे संग रमीयाये प्यारी
अणी
सेज को अन्दगणो ।4।
गोपीनाथ गुरु बेटीया
लगन लिखया परभात
शंकरनाथ माडो जीतया
प्यारी पायो पीयजी गुरु जी तणो ।5।
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