सांवरिया मारो सागर भर दे रे,
बरखा कर दे रे।।टेर।।
बरस्या बिना गांया भास्या सगली,
मालवे जासी रे।
छोटा मोटा बाछडिया,
गेला में
रुलग्या रे।।1।।
बरस्या बिना सगा गनायत,
मुखड़े कोनी बोले रे।
सुल्टो केवो न,
उल्टो जावे रे।।2।।
बरस्या बिना भाण्या महाजन,
कोनी तोले रे।
बेटी हाट,
धुरकारा देवे रे।।3।।
बरस्या बिना वकील बालेसर,
हे सगला संग साथी रे।
अन्त समय कोई,
काम न आसी रे।।4।।
बरसण लागो इन्दर राजा,
सगला खुशी मनावो रे।
जोधाणा रो जाट रूपजी,
सपनो गायो रे।।5।।
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