न मेट्यो रे दिल का काला ने,
कूकर फेरी माला ने।।टेर।।
माला तो हरिचंद फेरी।
बेच दीदा घर वाला ने।।1।।
माला तो एक मोरधज फेरी।
हाथा चीर्यो बाल़ा ने।।2।।
माला तो एक मीरां फेरी।
गले रमायो काला ने।।3।।
माला तो ऐ रूपादे फेरी।
बाग लगायो थाला में।।4।।
माला तो एक नरसी फेरी।
बेच दीदी करताला ने।।5।।
नाराणदास ने सतगुरू मिलिया।
गांव रूपपुरा वाला ने।।6।।
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