मत कर भोली आतमा,
थू नुगरा को संग ये।
नुगरा रा संग में,
देख जमारो खायो ये।।टेर।।
सुवो सुवो जाण मैं तो,
पिंजरियो बणायो ये।
करमा रा परताप से,
यो कागो निकल आयो ये।।1।।
सोनो सोनो जाण मैं तो,
केवटियो घड़ायो ये।
करमा रा परताप से,
यो पीतल निकल आयो ये।।2।।
हीरो हीरो जाण मैं तो,
अंगूठी जड़वायो ये।
करमा रा परताप से,
यो पत्थर निकल आयो ये।।3।।
साधू रे साधू जाण मैं तो,
आंगणिये जिमायो ये।
करमा रा परताप से,
यो ढोंगी निकल आयो ये।।4।।
गावे राणी रूपादे,
या उगमीजी की चेली ये।
करमा रा परताप से,
अमरापुर में चाली सा।।5।।
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